अपन रचनामे नव-नव कथावस्तु आ भाव-भूमि तकैत रहब जिनक लेखनक स्वाभाव छनि। नव-नव आ अद्यतन विषयसभकेँ प्रमुखतासँ अपन रचनामे समाहित कएनिहार मैथिलीक विरल साहित्यकार प्रदीप बिहारीजीक उपन्यास ‘मृत्युलीला’ विश्वक चर्चित महामारी ‘कोरोना’क त्रासदी पर केन्द्रित अछि। एहन चर्चित आ टटका विषय पर कलम उठएबामे रिस्क सेहो होइत छैक, मुदा ताहि रिस्ककेँ ई स्वीकारलनि अछि आ सफल भेलाह अछि। कोरोनासँ प्रभावित समाजिक सभ वर्गक दुख-दर्द, सामाजिक उपेक्षा, भय, आतंक, तंत्रक सफल-असफल प्रयास आदिकेँ सफलतापूर्वक कथा-सूत्रमे बान्हि उपन्यासक स्वरूप प्रदान कएलनि अछि। ई पठनीय तँ अछिए, एकटा विमर्शक आमंत्रण सेहो दैत अछि। Read more